Sunday, April 15, 2007

महिलाओं का शहर

महिलओं का शहर बनाएगा चीन

चीन विश्व का पहला ऐसा शहर तैयार कर रहा है जो 'महिलाओं का शहर' कहलायेगा। ये ऐसा शहर होगा, जहाँ औरतें ही सभी निर्णय लेंगीं और आज्ञा न मानने वाले पुरुषों को सजा मिलेगी। चाँगकिगँ के शुयाँगकियो जिले को ऐसे शहर के रुप में विकसित किया जा रहा है। इस शहर का क्षेत्रफ़्ल २३ वर्ग किलोमीटर है। इसके मुख्य द्वार पर लिखा होगा-"औरत कभी गलति नहीं करती, पुरुष कभी भी औरत के अनुरोध को ठुकरा नहीं सकते।" इस शहर के निर्माण में दो वर्ष का समय लगेगा और यह मनोरंजन और आराम का महत्वपूर्ण केंद्र होगा। इस शहर में भ्रमण के लिये प्रवेश करने वाले टूर ग्रुप में खरीददारी से संबंधित निर्णय मे महिलाएं हीं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस शहर में पुरुषों के लिये सजा का भी प्रावधान है और यह भी निर्धारित किया गया है कि उन्हें किस अपराध के लिये क्या सजा मिलेगी। आज्ञा का पालन न करने वाले पुरुषों को या तो घुटने के बल खड़े होने अथवा रेस्टोरेंट में वर्तन साफ़ करने की सजा मिलेगी।

Friday, April 6, 2007

जब बिल्ली ने जान बचायी

एक पालतू बिल्ली ने वफ़ादारी का फ़र्ज निभाते हुए अपने मालिक के परिवार की जिन्दगी को मौत के मुंह मे जाने से बचा लिया। मामला न्यू कैसल के एरिक और केथी किसलिंग के घर का है। गत २४ मार्च को जहरीली कार्बन मोनो आक्साइड गैस के धुएं से पूरा घर उस समय भर गया, जब सब लोग बेसुध सोये हुए थे। खतरे को भांप कर १४ वर्षीय बिल्ली विन्नी ने अपने मालिक-मालकिन के बिस्तर पर म्याउं-म्याउं करते हुए उछल कूद मचानी शुरु कर दी। बिल्ली की शोरगुल के कारण पूरा परिवार जग गया और सब लोग घर से बाहर निकल गये। बिल्ली के मालिक एरिक और कैथी का कहना है कि उनके घर के निचले तल पर रखे गैसोलीन चालित पानी के पंप से एक गंध रहित खतर्नाक गैस बनने लगी। करीब रात के १ बजे बिल्ली ने कैथी के कानों के पास जोर से म्याउं-म्याउं करना शुरु कर दिया। बिल्ली ऐसे चिल्ला रही थी मानो वह पागल हो गयी हो।

Thursday, April 5, 2007

वह चाय पीकर जिंदा है

सत्तर वर्षीय चाँद कौर पिछले बत्तीस वर्षों से सिर्फ़ दो कप चाय के बूते पर चुस्त-दुरुस्त ढंग से जिंदा है। चाँद कौर चाय के अलावा कुछ खाती-पीती नहीं। पिछले पांच सालों से उन्हे पेशाबघर जाने की भी जरुरत नही पड़ी। बत्तीस साल पहले वह भीषण रूप से बीमार पड़ गई थीं और तब वैद्यजी की सलाह पर उन्होंने खाना छोड़ दिया था। उपवास से वह न केवल स्वस्थ हो गईं बल्कि भोजन की सर्थकता भी उनके लिये गौण हो गई। वह जो चाय पीती हैं, उसे भी कुछ समय बाद सप्रयास शरीर से बाहर निकाल देती हैं। ऐसा न करने पर उन्हे तकलीफ़ हो जाती है। खाना छोड़ने के बाद उन्होंने एक बच्चे को भी जन्म दिया जो आज २७ साल का नौजवान है।

सेक्स-अपीलवाले शिक्षक


अब ट्यूशन पढाने मे में भी ग्लैमर की पूछ होने लगी है।हाँगकाँग का 'ट्यूशन उद्योग' इस नतीजे पर पहुँचा है कि शिक्षक या शिक्षिका में शैक्षिक योग्यता के साथ-साथ सेक्स अपील का होना भी बहुत जरूरी है। लंबी टांगोंवाली शिक्षिकाओं की हाँगकाँग के 'ट्यूशन उद्योग' में आज सबसे ज्यादा मांग है। 'ट्यूशन उद्योग' में किस्मत आजमाने से पहले अध्यापक-अध्यापिकायें, ब्यूटी पार्लर और फ़ैशन डिजायनरों की शारण में जाते हैं। आकर्षक व्यक्तित्व वालों को बिल्कुल फ़िल्म स्टारों की तर्ज पर 'ट्यूशन उद्योग' लांच करता है। 'ट्यूशन उद्योग' अखबारों में पूरे-पूरे पेज के विज्ञापन देकर, दूर-दर्शन के रुपहले पर्दे पर उनकी मनोहारी छवि का प्रदर्शन कर, रेलवे स्टेशनों तथा बस अड्डों पर उनके पोस्टर लगाकर, उनकी स्टार वेल्यू बनाकर पेश करता है। अध्यापिकाओं ने तो अपनी वेबसाईटें तक बनाई हुई हैं जिसके द्वारा विद्यार्थी इनके फ़ोंटो, इनकी चाल-ढाल और इनके पढाने की शैली का जायजा ले सकते हैं तथा उनकी फ़ोंटो डाउन-लोड कर अपने पास रख सकते हैं। कुछ शिक्षिकाओं ने अपने व्यक्तित्व को सजाने- सँवारने के लिये फ़ोंटोग्राफ़रों और डिजायनरों की अपनी टीम भी बनाई हुई है। हाँगकाँग में मिनी स्कर्ट तथा हाई हील में शिक्षिकाएं अपने को ट्यूशन के बाजार में बेचकर आजकल उँची कमाई कर रही हैं।

Wednesday, April 4, 2007

जब ब्रिटेन मे वक्त ठहर गया

ब्रिटेन के लीड्स सिटी रेलवे स्टेशन पर पिछले दिनों जैसे ही बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ आये तो तो लगा जैसे कुछ समय के लिये मानो वक्तही थम गया है। स्टेशन पर बिग बी से मिलने के लिये वहाँ उपस्थित लोग खासकर एशियाइ प्रवासी वहाँ उमड़ पड़े। उन्हे देखने और उनसे मिलने के लिये इतनी भीड़ उमड़ी कि कुछ देर के लिये स्टेशन पर सब कुछ थम सा गया। अमिताभ यार्कशायर मे इंटरनेशनल इंडिया फ़िल्म एकेडमी पुरस्कार समारोह को प्रोमोट करने आये थे। बिग बी को स्टेशन पर देख कर लोगोंकी आँखें चमक उठी। जिस रेल के कोच में वह बैठे हुए थे उसके इर्द-गिर्द भीड़ मंडराने लगी। जैसे ही बिग बी निचे उतरे, लोग उनसे हाथमिलाने के लिये बेताब हो उठे।

Tuesday, April 3, 2007

तितलियों के लिये राजमर्ग बंद


प्रकृति प्रेम दिखाते हुए ताइवान ने करीब १० लाख तितलियों के लिये एक हाइवे के यातायात रोकने का फ़ैसला किया है।। ये तितलियाँ मौसमी प्रवास के लिए इसी सड़क से होकर गुजरते हैं । जामुनि रंग की ये तितलियाँ ६०० मीटर के रास्ते को पार कर दक्षिणी द्वीप से उत्तर में प्रजनन के लिये जाती हैं । विशेषज्ञों का मानना है कि हर घंटे लगभग ११५०० तितलियाँ इस रास्ते को पार करती हैं, लेकिन सुरक्षित तरीके से रास्ता पार नहीं कर पातीं । इनके बचाव के लिये के लिये सुरक्षा जाल और पराबैंगनी प्रकाश भी इस्तेमाल में लाया जा चुका है। अधिकारियों का कहना है कि इससे यातायात में असुविधा तो होगी, पर ये हमारे फ़ायदे में ही होगा। हर साल लाखों की संख्या में तितलियाँ इस रास्ते पर यातयात की वजह से मारी जाती हैं। मानव जाति को दूसरी प्रजातियों संग सह-अस्तित्व बनाकर रहना होगा, चाहे वो छोटी-छोटी तितलियाँ ही क्यों न हों।