Monday, January 28, 2008

कोमल बन रहा है पृथ्वी का मध्य हिस्सा

वैज्ञानिकों ने ऐसे सबूत मिलने का दावा किया है जिनसे पता चलता है कि पृथ्वी का मध्य हिस्सा कोमल बन रहा है।अमेरिकी अनुसंधानकर्ताओं ने एक अध्ययन के बाद पाया है कि पृथ्वी की सबसे अंदरूनी सतह में इलेक्ट्रानिक गुण हैं जिसकी वजह से उत्पन्न होने वाली ध्वनि बताती है कि यह हिस्सा अत्यंत कोमल है।


साइंस डेली में प्रमुख अनुसंधानकर्ता अलेग्जेंडर गोचारोव के हवाले से कहा गया है कि भूगर्भ विज्ञान के लिए सबसे अहम बात ध्वनि का निकलना है। हमने अंदरूनी सतह के खनिजों की तन्यता [इलास्टिसिटी] पर अधिक दबाव डाला, उसे धीरे-धीरे कम किया और उसका अध्ययन किया। उन्होंने आगे कहा है कि दबाव डालने के बाद हमने पाया कि जब दबाव बढ़ाया जाता है तब अंदरूनी सतह अत्यंत कोमल हो जाती है।

अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि अंदरूनी सतह का विस्तार 660 किमी से 2900 किमी तक है और फिर यह ऊपरी सतह के बाहर फैल जाती है। इसकी संरचना ताप और दबाव के प्रति अत्यंत संवेदनशील होती है।



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